rashi sharma
06 Feb, 2023 | 0 mins read
rashi sharma
24 Dec, 2022 | 0 mins read
rashi sharma
22 Dec, 2022 | 0 mins read
सहम गई.........................
ऐ वो ड़र नहीं जो ड़रा दें, ऐ तो ड़र है उन लोगों से कि कहीं वो, हार मान कर मुझे ही ना ड़रा दें.
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rashi sharma
21 Dec, 2022 | 0 mins read
rashi sharma
15 Dec, 2022 | 1 min read
rashi sharma
14 Dec, 2022 | 0 mins read
गलतफहमियां...................
नशा सिर्फ पीने में नहीं, जीने में भी है, चलो सच ना मानों, गलतफहमी का मज़ा शक में ही है.
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rashi sharma
13 Dec, 2022 | 1 min read
rashi sharma
11 Dec, 2022 | 0 mins read
rashi sharma
10 Dec, 2022 | 0 mins read
अहंकार ही खता...................
अहंकार, गुरूर, घंमण्ड़ बहुत खराब है, इंसान समझता है ऐ ही उसके हथियार है, तबाह कर देते है ऐ जीते जी, मरने के बाद भी सज़ा सुनाते है.
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rashi sharma
09 Dec, 2022 | 0 mins read