rashi sharma
rashi sharma 27 Oct, 2022 | 1 min read

मेरी दुनिया.............

जितने लोग उतने ही ख्वाब होते है, एक ही दुनिया में अनगिनत संसार होते है.

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rashi sharma
rashi sharma 18 Oct, 2022 | 0 mins read

इस दफा हम.................

खुद पर भरोसा करना आ गया, हमें गुमराह करने वालो, हमें रास्ता ढूढ़ना आ गया.

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Ravi Kant Chaturvedi
Ravi Kant Chaturvedi 16 Oct, 2022 | 4 mins read

Who was the real culprit?

The Protagonist is caught up in a dilemma. Either he can choose to do what he has been taught is right Or he can help his friend out of a tricky situation.

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rashi sharma
rashi sharma 16 Oct, 2022 | 0 mins read

बाती..................

उम्मीदों का चिराग जलाए रखना, खोले रखना दरवाज़े, आशा की लौ जलाए रखना.

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rashi sharma
rashi sharma 15 Oct, 2022 | 0 mins read

अंतहीन नसीहतें..................

दिक्कत नहीं है सलाह लेने में, ना सुनने में ना खामोश रहने में, हर बार एक ही बात कानों में चुभने लगती है, फिर इंसानों को नसीहतों से खिज लगने लगती है.

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rashi sharma
rashi sharma 14 Oct, 2022 | 1 min read

समाज अनूठा आइना.............

कहते वाले बहुत है, मगर मानता कोई नहीं, धस गए है खुद में हम, मगर समझता यहाँ कोई नहीं.

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