Sonnu Lamba
sonnulamba
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मैं एक गृहणी हूं, इंजीनियरिंग में स्नातक और हिंदी से परास्नातक की शिक्षा ली है, साहित्य में रूचि है, पढना और लिखना दोनो पसंद है..!!
जादुई पिटारे... !
बात खतो की और चिट्ठियों के वो जमाने..
#Chitthi #Letters #Nostlegia #Postman
अफसोस
ये एक फ्यूचर फिक्शन कहानी है.. (2080 और हम) इसका कालखंड वो है जो अभी किसी ने भी नहीं देखा और जिंदगी जिस तरफ ले जा रही है... उसके अनुसार कल्पना की जाएं तो, ये अतिशयोक्ति भी नहीं.... पढिए..!
#Life #Future #Fiction #Pollution #Future fiction
परिवार और अंहकार
रिश्तो में, इगो का होना, संवाद की, सहयोग की सभी खिडकियां बंद कर देता है और फिर....... पढिए........!!
#Life #Joint family #Relationships #Ego #Family #Team
प्रेम
My Poetry.. देखिए तो, 1994 में हम कैसा लिखते थे..!
#Poem #1994 #Me and my poems #Old days #Memories #Mypoetry
बुढापा
बुढापा अपने आप में ही एक समस्या है, उस पर वक्त कठिन हो जाए तो...!
#Life obstacles #Life #Oldage #Story #Older people
असली दर्पण
एक दिन, अपने कॉलेज जाते हुए रास्ते में, एक कन्सटरक्शन साइट पर कुछ बच्चो को गौर से देखा, कुछ देर तक, उनकी गतिविधियां देखी तब ये विचार मन में उपजे, ये 1995 की बात है, फिर घर आकर ये कविता स्वत: ही लिखी गयी..!
#Obstacles of life #Children #India #Poverty
माटी पुत्र
किसान के मन के हर्ष और विषाद..कितने बेसिक होते हैं, महसूस किजीए... हालांकि इस कविता में वर्तमान बिल का कोई जिक्र नही है, ये आम दिनो की व्यथा है, कोन्टेस्ट में, मैं लिख चुकी हूं, ये मेरी दूसरी रचना है, जिसको राजनिति से इतर रखा है..! पढिए जरूर..!
#Life obstacles #Farmers #Family #Financial status