स्मृतियों में दिसम्बर

दिसम्बर का एक दिन

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Sonnu Lamba
Sonnu Lamba 08 Dec, 2020 | 1 min read
Life December Love Dhoop My poetry

दिसम्बर की छोटी छोटी ..

होती सर्द दोपहर से..

मैने एक दिन चुरा लिया..

धूप का एक टुकडा..

रखा छुपा के ..

रजाई में रात भर..

फिर अगली सुबह 

जगा कर ..चाय पी..

उसके साथ और..

 खूब बातें की ...

आंगन में बैठकर..

खाते रहे मूंगफली और रेबडी..

सुलझा ली दोनो ने मिलकर ..

उलझी हुई ऊन..

छील कर रख दीं...मटर..

और यूं उस दिन..वो

छोटी सी सर्द दोपहर ..

थोडी लम्बी हो गयी...।।

Sonnu Lamba☺




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