rashi sharma
05 Nov, 2022 | 0 mins read
rashi sharma
28 Aug, 2022 | 0 mins read
वो और हम..............
उसका नाम बदल देता है, उसके आगे सब फिका लगता है, शांति के करीब वहीं तो ले जाता है, सुकून से वो राब्ता कराता है.
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rashi sharma
21 Aug, 2022 | 1 min read
उसकी हर बात जुदा..................
तू है तो सब कुछ है, तू साथ है तभी तो सारी बात है, रात की चांदनी है तुझसे, मेरी सुबह भी तुझसे ही गुलज़ार है.
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rashi sharma
14 Jul, 2022 | 0 mins read
कैलाश रमण............
वो अलबेला वो एकलौता हैं, मतवाला हैं वो, अपनी मर्ज़ी का मालिक सही, भक्तों की सुनने वाला है वो.
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