Shah  طالب  अहमद
Shah طالب अहमद 24 Jul, 2019 | 0 mins read

Sawli zulfe

वो सादगी में भी क़हर ढाती हैं । सर्द की पहली धूप सी नज़र आती हैं । सांवली जुल्फ़े । हया से मिलके । जो वो खुल के मुसकुराती हैं । जिस से भी मिलती हैं , जीने का मकसद दे जाती हैं । ऐसी मिसाल हैं वो , जो आजकल कम पाई जाती हैं ।

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Nidhi Singh
Nidhi Singh 13 Jul, 2019 | 0 mins read

तुम मेरे हॊ

ज़िन्दगी में कभी कुछ नहीं बदलता , शिवाय नज़रिये के ।।

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Muktesh Mohan
Muktesh Mohan 13 Jul, 2019 | 0 mins read

Mausam

अब तो मान जा यार तू कितना बेरहम हैं। तेरी वजह से एक बार भीग चुका मेरा शहर , अब क्या सबको डुबोने का मन हैं ।

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Shorabh Bairagi
Shorabh Bairagi 04 Jul, 2019 | 0 mins read

हँसी

उसकी हो वो हँसी गूंजे जिससे मेरा घर

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Aman G Mishra
Aman G Mishra 01 Jul, 2019 | 1 min read

प्यार: पहली नज़र में...❤️

❤️"I hate nothing about you." this poetry is the composition of the feelings of first love❤️

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Shah  طالب  अहमद
Shah طالب अहमद 29 Jun, 2019 | 0 mins read

National Crush ( Love )

तेरी आँखों की गहराई में डूबने वालो को तेरा कजरा कर जाये किनारे। और जो तस्वीर तेरी हो आखों से ओझल तो हर शक़्ल में तुझे निहारे । कर्फ्यू लग लग जाये जो एक आँख तू मारे । तेरी एक झलक के कायल मेरे मुल्क के कुँवारे । तू शायर की ग़ज़ल , संगीतकार के बोल , तुझमे ही सरगम के सुर सारे। तेरी मुस्कान दे जाए कितने डूबते को सहारे । देखी तो बहोत पर कोई तुझसी नहीं। तू है कोई अप्सरा या श्रृंगार की बाला । तेरे नाम जपु हर क्षण क्षण मैं तू ही मेरी तस्बीह तू ही मेरी माला । तुझको पाने पहुंच चुका हूं हरमंदिर, मस्जिद ,चर्च खटखटाया हर एक गुरुद्वारा ।

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