![Aman G Mishra](https://lh5.googleusercontent.com/-bV2JYnj2q28/AAAAAAAAAAI/AAAAAAAAAAk/06xTBamK89o/photo.jpg)
![स्वयं-सुधार](https://res.cloudinary.com/wokong/image/upload/w_400,h_260,c_fill/v1565370288/storyHeader/oi5qqcmtod4li6pqz2ka.jpg)
स्वयं-सुधार
जूझ रहा हूँ, कुछ सूझ रहा हूँ, हर-पल एक पहेली बूझ रहा हूँ। अब हर पहेली का, हल निकाल डालूंगा, अब हार नही मानूंगा।। लड़ता रहा,झगड़ता रहा, खुद से,खुद को मिटाता रहा। अब हरेक गलती को,जड़ से मिटा डालूंगा, अब हार नही मानूंगा।। जमाने की सुनता रहा, खुद को ताने बुनता रहा। अब मैं खुद की सुनूंगा, और यही ठानूंगा, अब हार नही मानूंगा।। गलतियां पे गलतियां करता रहा, अपनी हार पर,खुद को हारता रहा। अब कुछ भी हो,मैं खुद को ही सुधारूँगा, अब हार नही मानूंगा।। अपने वजूद पर तरस आपने लगी थी , आईने के सामने शरम आने लगी थी। अपना वो चेहरा,अब खुद को नही दिखाऊंगा, अब हार नही मानूँगा।। पल -पल की कीमत पहचानूंगा, खुद की ज़ीनत ,अब बचाऊंगा। अब तक जो भी किया,सब भूल कर, एक नई जिंदगी मैं पाऊँगा।। अब हार नही मानूँगा। अब हार नही मानूँगा।। ©aman_g_mishra
![Aman G Mishra](https://lh5.googleusercontent.com/-bV2JYnj2q28/AAAAAAAAAAI/AAAAAAAAAAk/06xTBamK89o/photo.jpg)
![मन](https://res.cloudinary.com/wokong/image/upload/w_400,h_260,c_fill/v1565370474/storyHeader/rcd3ex4zouuh1p1z4mhe.jpg)
मन
मन बहुत अधीर है, चंचल हुआ ये नीर है। मन में अमन नही, अमन में मन नही, कैसा ये संयोग है, या कहूँ वियोग है। मन से अमन का... मन को अमन चाहिए, अमन को मन चाहिए, ये कैसा बेजोड़ है, कैसा बेमिसाल है जो प्रेम है , जो नेम है, बिछड़ाव , मन से अमन का... मन मानता नही, अमन की सुनता नही, फिर भी, मन चाहता है अमन, पर अमन से दूर ही , खोया रहता है, जैसे इश्क़ हो गया हो, मन से अमन का... अमन के मन में , अमन नही, जैसे सागर के , तल में जल नही फिर भी अलग है, या एक हैं, अमन भी जानता नही, ये लगाव, मन से अमन का... ©aman_g_mishra
![Aman G Mishra](https://lh5.googleusercontent.com/-bV2JYnj2q28/AAAAAAAAAAI/AAAAAAAAAAk/06xTBamK89o/photo.jpg)
![बच्चे बन जाएं](https://res.cloudinary.com/wokong/image/upload/w_400,h_260,c_fill/v1565370731/storyHeader/eqvee7e5nys2tbsizhg5.jpg)
बच्चे बन जाएं
आओ कुछ पल बच्चे बन जाएँ, आओ कुछ पल सच्चे बन जाएं। न हो किसी से ईर्ष्या, न हो किसी से जलन, कुछ पल के लिए हम झगड़ें, फिर उसके ही दोस्त बन जाएं। आओ कुछ... दिल में हो एक ज़िद, पाने को पूरी दुनिया हो, खोने का न डर हो, अपनी चीजें हम खुद तोड़ें, और फिर खुद बनाएं। आओ कुछ पल... आँखों में हर पल , एक ख्वाब झलकता हो, मिल जाये तो खुश, नही तो हम रूठ जाएँ, कुछ पल के लिए हम रूठे, फिर हम खुश हो जाएं, आओ कुछ पल... छोटी छोटी खुशियाँ हो, छोटी-छोटी चीजें, इन छोटी चीजों में ही, हमारे सब सपने सच हो जाएं, इन छोटी छोटी खुशियां पा , हम भी खुश होने लग जाएँ। आओ कुछ पल... खेल खेल में हम, सारे काम कर जाएँ, इस तन में कुछ फुर्ती पाएं, सयानो को भी बच्चे बना पाए, हम भी अपना बचपना पाएं। हम भी अपना बचपना पाएं।। आओ कुछ पल.... अपने ख्वाबो में ही अपनी दुनिया हो, नित नए नए सपने सजाएँ, दिल में कितना भी दुःख हो, दो आंसुओ में हम सारा दर्द भूल जाएं। आओ कुछ पल बच्चे बन जाएं। आओ कुछ पल सच्चे बन जाएं।। ©aman_g_mishra
![Ragghi](https://ik.imagekit.io/4ynb7qbmbn/wokong/image/upload/w_50,h_50,c_fill/v1564867633/storyHeader/rxtmyv6w1fije25nludo.jpg?tr=h-50,w-50)
प्यार की सुरुवात
रास्ता फिर मुकाम हो जाये, उस गली में जो तेरा मकान हो जाये...
![Shakeb](https://ik.imagekit.io/4ynb7qbmbn/storage/avatars/agNkDnTIQJ8iTi5VKSIrCGmbs4j3n1t0SlVO1Ixn.jpeg?tr=h-50,w-50)
Everything comes to an end, nothing is infinite in this world.
Everything comes to an end, nothing is infinite in this world.
![Shakeb](https://ik.imagekit.io/4ynb7qbmbn/storage/avatars/agNkDnTIQJ8iTi5VKSIrCGmbs4j3n1t0SlVO1Ixn.jpeg?tr=h-50,w-50)
My words heals me or give me some relief.
I write because my words heals me or give me some relief.