Adhiraj
19 Oct, 2025 | 1 min read
Aarti Kushwah
15 Aug, 2024 | 1 min read
Sourav Pradhan
12 Jul, 2023 | 1 min read
Aarti Kushwah
20 Nov, 2022 | 1 min read
कलयुगी इंसान
इंसानियत कम होती जा रही है । हमें वही मानव बने रहना है जो भगवान ने बनाया है, कलयुग में हमें कलयुगी इंसान नहीं बनना है ।
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Aarti Kushwah
13 Nov, 2022 | 0 mins read
ए ज़िंदगी
अजीब खेल हैं ज़िंदगी के । किसी को खेलना सिखा जाती है, तो किसी को निराश कर जाती है ।
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rashi sharma
10 Nov, 2022 | 1 min read
खोने चले है....................
शहर का बदलना कुछ नया नहीं, हमारा उससे जुड़ना ऐ भी कोई बात नहीं.
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rashi sharma
18 Oct, 2022 | 0 mins read
इस दफा हम.................
खुद पर भरोसा करना आ गया, हमें गुमराह करने वालो, हमें रास्ता ढूढ़ना आ गया.
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