अंधेरे की आवाज़
अंधेरे की आवाज़
वहीं सुन सकता है
जिसने की है मेहनत
चाहे हो वो कोई किसान
जिसने फसलों के लिए
त्यागी अपनी नींद और आराम
या होगा कोई विद्यार्थी
जिसने दिन रात एक कर दिया
ज्ञानार्जन में
या होगी कोई मां
जिसने मुंह अंधेरे उठ
तैयार किया होगा
अपने बच्चों को
खुद तो पढ़ ना पाई होगी
तो झोंक दिया सारा जीवन
अपने परिवार पर
निभा दी सारी जिम्मेवारियां
Paperwiff
by chetnaaroraprem