कटे कटे से रहते हैं
कुछ लोग हमसे ना जाने क्यूं
इतनी ही जलन है हमसे
तो क्यूं रहते हो सीसीटीवी बनकर
हमारी खुशी से तुम्हें नहीं कोई खुशी
हमारे दुखों में भी तुमने किनारा है किया
तो क्या जरूरत है सोशल मीडिया पर
हमें अपने मित्रों में शामिल किया
हमें नहीं पसंद भीड़ फालतू लोगों की
इसलिए तो हमने सिर्फ खास लोगों से ही याराना था किया
किसी ने सही कहा है अपने वो होते हैं
जो हर सुख दुख में साथ हैं
वो नहीं को सिर्फ fb पर दोस्त बने हों
यहां जलने वाले बहुत हैं
पर एक दूसरे को समझने वाले कम
Paperwiff
by chetnaaroraprem