Chetna Arora Prem
Chetna Arora Prem 27 Jan, 2021
क्या सोचता है
क्या सोचता है इंसान तू क्या पाया क्या खो गया तूझे मिली थी शुद्ध हवा उसे भी तूने खो दिया तूझे मिला था शुद्ध जल उसे भी तूने खो दिया अब और क्या बचा है खोने के लिए सोच तो जरा

Paperwiff

by chetnaaroraprem

27 Jan, 2021

#1000poems

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