Kumar Sandeep

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कुमार संदीप वृत्ति: संचालक गुरु दीक्षा क्लासेज, अलंकरणकर्ता The Gram Today Half Monyhly E magazine, Motivator जन्म-15 अगस्त 2000 माता-पिता- श्रीमती रीणा देवी- स्व● ब्रज किशोर मिश्र जन्म स्थान- सिमरा, मुजफ्फरपुर(बिहार) शिक्षा- स्नातक उत्तीर्ण(वाणिज्य संकाय) लेखन विधा- कविता, लघुकथा, कोट्स, आलेख लेखन भाषा-हिंदी प्रकाशित कृति- पितृत्व साझा संकलन, अर्पण साहित्यांजलि, साहित्य के चमकते सितारे साझा संकलन, रविना प्रकाशन द्वारा माँ विशेषांक में कृति रचना प्रकाशन- देवभूमि समाचार, दि ग्राम टुडे समाचारपत्र, दैनिक विजय दर्पण टाइम्स, लोकतंत्र की बुनियाद मासिक पत्रिका, सुदर्शन मासिक पत्रिका, हरियाणा प्रदीप समाचारपत्र, ट्रु टाइम्स समाचारपत्र, आलोकपर्व मासिक पत्रिका। रुचि- लेखन, पुस्तक अध्ययन वृत्ति- वर्तमान में ग्रामीण परिवेश में बच्चों के बीच अध्यापन कार्य, पेपरविफ्फ Influencer, Literature Hindi Captain, दि ग्राम टुडे समाचारपत्र में पोर्टल पर रचनाएं अपलोड करने का कार्य

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Kumar Sandeep 16 Feb, 2020 | 0 mins read

समय है बहुत अनमोल

इस आलेख के माध्यम से मैंने समय के महत्व को शब्दों के माध्यम से व्यक्त करने का एक छोटा-सा प्रयास किया है।

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Kumar Sandeep 15 Feb, 2020 | 1 min read

प्रेम की परिभाषा

इस आर्टिकल द्वारा मैंने यह व्यक्त करने का प्रयास किया है कि प्रेम शब्द का वास्तव में अर्थ क्या है!

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2018
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Kumar Sandeep 15 Feb, 2020 | 1 min read

माता-पिता की सेवा हमारी जिम्मेदारी

माता-पिता और सभी पुत्रों को समर्पित मेरा यह आलेख।

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Kumar Sandeep 14 Feb, 2020 | 0 mins read

प्रेम की पीर

एक प्रेमी की प्रेमिका जब प्रेमी को छोड़कर अलग दुनिया बसा लेती है अर्थात् उसका साथ छोड़ देती है तो इस स्थिति में प्रेमी की क्या मनःस्थिति होती है रचना के माध्यम से यह दर्शाने का एक छोटा-सा प्रयास।

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Kumar Sandeep 14 Feb, 2020 | 1 min read

हे वीर सैनिक!

सैनिक ख़ुद की परवाह किसी भी पल नहीं करते हैं।देश के प्रति सैनिकों का योगदान अतुलनीय है।सैनिकों को समर्पित मेरी यह रचना आपके समक्ष।

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Kumar Sandeep 13 Feb, 2020 | 1 min read

निर्धन हूँ साहब!

निर्धन व दीन दुखियों की पीड़ा व्यक्त करती हुई मेरी यह काव्य रचना।

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Kumar Sandeep 13 Feb, 2020 | 0 mins read

कीजिए वादा

प्रकृति की सुरक्षा के लिए प्रेरित करती हुई मेरी यह काव्य रचना।

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Kumar Sandeep 13 Feb, 2020 | 0 mins read

माँ से वादा

प्रेम की मूरत माँ की महिमा और एक पुत्र के कर्तव्य को व्यक्त करती हुई मेरी यह रचना।

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