एक ही पृथ्वी
विटप पृथ्वी की अनोखी शान है।
प्रतिकूलता को झेलती महान है।
मानव को लगाना चाहिए एक वृक्ष-
क्योंकि वृक्ष अमूल्य गुणों की खान है
कोख से देह तक होरहा पृथ्वी तेरा दोहन।
प्रदूषित पर्यावरण से खतरा है मोहन
अवरुद्ध हो रहा सांसों का आवागमन-
रो-रो पृथ्वी पुकारे मुझे बचा रोहन।
डॉ रेखा जैन शिकोहाबाद
Paperwiff
by rekhajain