वक्त
वक्त की क्या बात कहे
ना रुकता है,ना ठहरता है।
ना पीछे मुड़ता है।
बेबाक लहर की तरह चला ही जा रहा है।
लोग कहते हैं,आज कल वक्त ही नही मिलता।
वक्त कहता है, मै तो आज भी उसी तरह चला जा रहा हूं जैसे पहले था।
मैं किसी के लिए नहीं बदलता।
Paperwiff
by vinitatomar