प्रकृति और जीवन
प्रकृति और जीवन का गहरा नाता है,
कुदरत का हर रूप सीख दे जाता है।
रंग-बिरंगे सुगंधित पुष्प सिखलाते,
निःस्वार्थ भाव से संसार को सुंदर बनाना;
विस्तृत नीला अम्बर सिखलाता,
दुरूह जीवन में अनवरत उड़ान भरना।
दिन-रात का आवागमन बतलाता,
जीवन सुख-दुःख का ताना-बाना होना;
कल-कल नदिया का जल कहता,
हर पल अपनी धुन में बहते रहना।
प्रकृति के अस्तित्व बिना मानव जीवन बेकार है
शुक्रिया कुदरत का,कि वो जीवन-आधार है।।
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by vidhisharai