सत्य
सत्य कोमल नहीं... निष्ठुर है।
सत्य चंचल नहीं... स्थिर है।
सत्य कल्पना नहीं... यथार्थ है।
सत्य कृष्ण के संग-संग पार्थ है।
सत्य भूत है, सत्य ही वर्तमान भी।
भविष्य किसने देखा, सत्य देता यह ज्ञान भी।
सत्य का सौंदर्य सबसे निराला।
तुम भी सत्य, मैं भी सत्य, सत्य है जहां सारा।
सत्य सुकून है, सत्य है सैलाब भी।
अविकल जल की धारा सा बहता है सत्य।
विषम से विषम परिस्थितियों में छोड़े ना सत्य का दामन जो, वही है जीवन का असली तैराक भी।
Paperwiff
by shilpi goel