मेरे प्यारे भय्या।
कहते हैं उनके सिर पर रब की दुआए होती हैं,
क़िस्मत वाले होते हैं जिनके भाई होते हैं…………..
एक डोर से बांधी हैं ख़ुशियाँ तेरी
तू हमेशा ख़ुश रहे यही आरज़ू है मेरी
आज मुझसे भी कुछ वादा कर दो ,
और मेरी भी कुछ माँगे हैं उन्हें पूरा कर दो
भैया, मेरा मायका यूँ ही सजाए रखना,
मात-पिता की तरह यूँ ही प्यार बनाए रखना,
जब जब राखी और भैया-दूज आयें,
तो मेरा इंतज़ार बनाए रखना ।
छोटी - छोटी ख़ुशियों में मेरा ज़िक्र करते रहना ,
बेटी हूँ इस घर की , बस ये सम्मान
सदा संजोए रखना ,
और कुछ नहीं चाहिए बस तुमसे,
हमेशा अपने दिल में बसाए रखना।
Paperwiff
by saritachawla