मंजिल
मंजिल के रास्तों में बढ़े कारवाँ मेरा,
फूल या शूल भले राह में मिले।
तूफान चाहे राह में आते ही रहे,
हौसलों से कदम आगे ही बढ़े।
धैर्य,संयम को आत्मसात हम करें,
स्वयं पर विश्वास हमारे सदा ही रहे।
मंजिल तक पहुँचना लक्ष्य मेरा रहे।
मंजिल के रास्तों में बढ़े कारवाँ मेरा,
जीवन सदा ही हमारा उद्देश्यपूर्ण रहे।
मंजिल की राह में कुछ ऐसे हम बढ़ें,
प्रेमपुरित जीवन सदा ही हमारा रहे।
Paperwiff
by ruchikarai