Paper
wiff
About
Support
Login
Get started
Facebook
Google
Email address
Password
Remember
Forgot your password?
Sign in
Or
create a new account
rekha jain
rekhajain
Share profile on
0
following
7
followers
Follow
Stories
Microfables
1589
मानव
मानव मानव जितना ज्यादा करुणा, दयालुता और प्रेम से भरा होगा,उसका संसार भी वैसा ही लगेगा। डॉ रेखा जैन शिकोहाबाद
Paperwiff
by rekhajain
#microfables
15 Jun, 2022
पिता
कभी आस है तो कभी विश्वास है पिता कभी मान तो कभी स्वाभिमान है पिता
Paperwiff
by rekhajain
#microfables
16 Jun, 2022
पिता
कभी वसुंधरा तो कभी आसमान है पिता जानेगा जिससे मुझे ये जग वो पहचान है पिता
Paperwiff
by rekhajain
#microfables
16 Jun, 2022
पिता
संघर्ष भरी आंधियों में फैसलों की दीवार है पिता कभी परेशानी आने पर हौसलों की तलवार है पिता
Paperwiff
by rekhajain
#microfables
16 Jun, 2022
भंगुर
क्षणभंगुर मैं जी रहा था अपनी धुन में यादों को संजोए अपने मन में पल में हवा का झोंका आया क्षण बंगुर काया मिटी पल में। डॉ रेखा जैन शिकोहाबाद
Paperwiff
by rekhajain
#microfables
16 Jun, 2022
क्षण भंगुर
भंगुर जीवन है क्षणभंगुर जान वर्तमान में जीना मान। डॉ रेखा जैन शिकोहाबाद
Paperwiff
by rekhajain
#microfables
16 Jun, 2022
क्षणभंगुर
क्षण भंगुर जीवन यहां,रहना है दिन चार। बुरे कर्मों को छोड़ने,हो जा तू तैयार। डॉ रेखा जैन शिकोहाबाद
Paperwiff
by rekhajain
#microfables
16 Jun, 2022
पिता
पिता पिता से मुझे तन मिला, पिता जीवनाधार दुखे न दिल उनका कभी,यही जीवनासार। डॉ रेखा जैन शिकोहाबाद
Paperwiff
by rekhajain
#microfables
17 Jun, 2022
पिता
पिता रीढ़ परिवार की,खेते घर परिवार। इज्जत दो इनको सभी ,देकर सुख भरमार। डॉ रेखा जैन शिकोहाबाद
Paperwiff
by rekhajain
#microfables
17 Jun, 2022
पिता
मान पिता को दीजिए,सबका रखते ध्यान। पिता से ही मिली हमें, एक नई पहचान। डॉ रेखा जैन शिकोहाबाद
Paperwiff
by rekhajain
#microfables
17 Jun, 2022
« Previous
Next »
Showing
201
to
210
of
1589
results
1
2
...
18
19
20
21
22
23
24
...
158
159
2020 - Paperwiff India | Made with ❤️