मेहनत
लेकर कुदाल हाथ फाबड़ा
बना गए वो एक रास्ता।
कंटिली झाड़ीयों का था पहरा
वो रास्ता अब सुगम ठहरा।
मेहनत अपनी आवाम को खुशी
आवाम की खातिर हो अपनी जिन्दगी।
आपके दिखाए कोई, किसी को रास्ता दिखाए
यही कसम है, हर किसी की खुशी का शवब बन जाए।
चलनेवाले ही कर जाएंगे, सड़क की मरम्मत
किसी को खुशी मिले, मिल गई आपकी कीमत।
Paperwiff
by rajeevkumar