Jyoti agrawal
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माना जिन्दगी कभी कभी थोड़ी नासाज हो जाती है , पर फिर भी दुबारा जी लेने में बुराई ही क्या है।
Jyoti agrawal
01 May, 2020 | 1 min read
Jyoti agrawal
01 May, 2020 | 1 min read
Jyoti agrawal
21 Apr, 2020 | 0 mins read
Najro ka jaadu
यह मेरी पहली ग़ज़ल है , जिसमे मैंने आंखो के बारे में लिखनी की कोशिश की है कि किस तरह से आंखो ही आंखो ने इश्क़ हो जाता है और कैसे वो तबाही करा सकती है।
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