Jyoti agrawal

jyotiagrawal_m

https://paperwiff.com/jyotiagrawal_m

माना जिन्दगी कभी कभी थोड़ी नासाज हो जाती है , पर फिर भी दुबारा जी लेने में बुराई ही क्या है।

Jyoti agrawal
Jyoti agrawal 01 May, 2020 | 1 min read

.

यह रामायण के उस दृश्य पर आधारित है जब सबरी श्री राम का इंतजार करती थी

Reactions 0
Comments 0
599
Jyoti agrawal
Jyoti agrawal 01 May, 2020 | 1 min read

शायरी

Reactions 0
Comments 0
650
Jyoti agrawal
Jyoti agrawal 21 Apr, 2020 | 0 mins read

Najro ka jaadu

यह मेरी पहली ग़ज़ल है , जिसमे मैंने आंखो के बारे में लिखनी की कोशिश की है कि किस तरह से आंखो ही आंखो ने इश्क़ हो जाता है और कैसे वो तबाही करा सकती है।

Reactions 0
Comments 0
560