मां
मां शब्द भंडार है, मां शब्द महान है,
व्याख्यान तो नही कर सकते,पर ये सारा जहान है,
मां भगवान है, ईश्वर से पाया वरदान हैं,
हम माटी की थीं पुतलियां, कोख में रख पकाया है,
प्यार से पाला बड़ा किया है, कर्ज बहुत बकाया है,
और क्या कहूं मैं अब, मां पर नहीं लिख सकता मै,
-अनजाना ✍️
Paperwiff
by anjaana_poetry