anjaana_poetry
anjaana_poetry 09 May, 2021
मां
मां शब्द भंडार है, मां शब्द महान है, व्याख्यान तो नही कर सकते,पर ये सारा जहान है, मां भगवान है, ईश्वर से पाया वरदान हैं, हम माटी की थीं पुतलियां, कोख में रख पकाया है, प्यार से पाला बड़ा किया है, कर्ज बहुत बकाया है, और क्या कहूं मैं अब, मां पर नहीं लिख सकता मै, -अनजाना ✍️

Paperwiff

by anjaana_poetry

09 May, 2021

#happy mother's day

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