anjaana_poetry
04 May, 2021
पृथ्वी हमारी नहीं है ,हम पृथ्वी के है
चाहे भूले हम सब मगर ये बात नही भूलना
याद करना सावन को, और पेड़ो पर झूलना
यातनाएं दी है प्रकृति को, वनों को संहार किया
ऊंची इमारतें बना ये ना सोचो हमने पृथ्वी का श्रृंगार किया
पृथ्वी से हम जुड़े है, पृथ्वी हम से नही
ये अटल सत्य है, जायेंगे भी क्या बचके कही
हरियाली की आंचल फिर से लहराना होगा
ममता की सी इनकी गंगा को बचाना होगा
जन्म मरण के बंधन यू मुक्त ना हो पाएंगे
यकीन मानो कर्म के फल यही भोगने आयेंगे
भूलो नही
पृथ्वी हमारी नहीं है ,हम पृथ्वी के हैं
-अनजाना ✍️
Paperwiff
by anjaana_poetry
04 May, 2021
#पृथ्वी हमारी नहीं है ,हम पृथ्वी के है
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