Akhilesh Upadhyay
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अभी कुछ दिन पहले ही paperwiff से जुड़ा हूं मैं। मैं अपने शब्दो के माध्यम से अगर किसी के विचारों को मज़बूत या फिर उनकी कुछ सहायता कर सकूं तो मैं ये समझूंगा ,मेरा आपसे जुड़ना सफल रहा है।। हमेशा कुछ बेहतर करने का प्रयास करते हुए आप सभी का मनोरंजन करता रहूंगा । पढ़ते रहिए .... ख़ुश रहिये..... आपका भी सहयोग अपेक्षित है।।। धन्यवाद।।।
Share profile onकर्म के बंधन से मुक्त होकर ईश्वर में विलीन होना ही इस सम्पूर्ण सृष्टि का आधार मात्र है।
24 Jul, 2020ज़िन्दगी शायद ! एक ही बार मिलती है ,इसे ऐसे मत जाने दो।।
24 Jul, 2020जहरीली बरसात और उसपे छतरी , ज़रा सोचो छतरी आधी टूटी हुई हो ।
24 Jul, 2020