Picture prompt -3🌱🌱🌺🌷
सवेरे -सवेरे ही कोई संत आज मुझे अचानक से कह रहा था
:- बेटा , वहां वो फूल आज भी खिलते है ,,जिसे तुमने खिलाया था ....!
मुझे वो पुराने दिन अपने आंखो के सामने झकझोर के रख दिए की हां हमने ही वो फूल खिलाए थे ..! ,एक ऐसी जगह जहां न सूर्य था न पानी,बस मेरे और उसके मध्य की जिंदगानी ....!
दिल बार बार यही सोच रहा है की क्या वहां भी फूल खिलते है जहां बसंत नही आते ...?
📝✍️ विजय भारती🖤
Paperwiff
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