आजादी की मांग तो करता है हर कोई
सच्ची आजादी का मतलब जानें कोई कोई।
आजादी सिर्फ जिस्मानी नहीं
रूहानी भी होती है।
आजादी सिर्फ काम की नहीं
विचारों की भी तो होती है।
ऊंच नीच,भेदभाव,सम्मान
ये सब बातें भी आजादी का मूल आधार होती हैं।
जब तक मानव ऊंच नीच आपस में ही करेगा
आजादी का सही मतलब फिर कैसे सीखेगा।
जब तक मानव,भेदभाव स्त्री पुरुष और बेटी बहु में करेगा
आजादी का सही अर्थ फिर कब सीखेगा।
75 वर्ष की आजादी का जश्न मना रहा हर कोई
किंतु आजादी का सही अर्थ जानें कोई कोई।
आजादी कितने लहू बहाकर मिली है
ये बेशकीमती है,जीवन गवां कर मिली है।
सम्मान करो हर बंदे का जो मातृ भूमि पर लुट गया
अपना जीवन गंवा कर वो,सब कुछ पीछे छोड़ गया।
खुली हवा में आजादी के मायने जाने सिर्फ वो ही
जिसने कभी कैद में जीवन अपना जिया हो कभी।
आजादी की मांग तो करता है हर कोई
सच्ची आजादी का मतलब जानें कोई कोई।
Comments
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Good
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Thank you
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