Vinita Tomar
07 Oct, 2021
नमन हर बार।
ना कदम रुके मेरे
जब भी आऊं तेरे द्वार।
करती हो सभी मनोकामना पूरी
जब फंसी हूं मैं बीच मझधार ।
कहता है जग सारा ,तेरी महिमा है अपरम्पार
हे! जगतजन्नी माता तुम्हें,नमन हर बार।
Paperwiff
by vinitatomar
07 Oct, 2021
नवरात्रि शुभकामनाएं
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