Vinita Tomar
30 Jun, 2021
सखियां
कभी हंसाती तो कभी रुलाती।
कभी जलाती तो कभी प्यार जताती।
ये सखियां कितने रूप दिखाती।
यौवन हो या बचपन,बुढ़ापा हो या गृहस्थ जीवन।
ये सखियां ही तो हर दिन काम आती।
इतनी बातों को अपने अंदर छुपाती
तभी तो हमराज ये सखियां ही कहलाती।
Paperwiff
by vinitatomar
30 Jun, 2021
#quotes of the day
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