पत्नी को द्यूत में दांव पर लगाने वाले
धर्मराज हैं।
स्त्री मर्यादा को तार करने वाला कर्ण दानवीर
पर स्वयं के लिए लड़ने वाली याज्ञसेनी
महाभारत के युद्ध की मूल?
शांतनु का मोह,धृतराष्ट्र का पुत्रमोह
दुर्योधन का कपट ,विस्मृत क्यूँ?
क्या पत्नी मात्र वस्तु थी
क्या द्रौपदी हारती जुए में
पति को तो समाज उन्हें क्या उपाधि
देता सम्मान की
आदरणीय हैं भीम ,
जो देव तो नहीँ गिरिधर सम
परन्तु जिसने किया प्रतिकार
जिस पर कर पाई पांचाली अभिमान
जो सह न पाया उसके अश्रु
जिनका मोल चुकाना ही पड़ा
कीचक,दुशाशन और दुर्योधन को
असभ्यता के इस वृक्ष की मूल
स्त्री कैसे
मोह लेता है बलवान भीम के चरित्र
का वह कोमल भाग
जो लड़ता है पत्नी के
सम्मान हेतु
नहीं ले पाया विश्राम
अपनी प्रतिज्ञा की परिणीति तक
स्त्री भी बहुत कुछ देती है
मात्र सम्मान की चाह में
कदाचित
सुमिता शर्मा
कानपुर
मौलिक
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
👏👏👏👏
Nice
Thank you sonu ji
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