बचत को नयो रूप-

बचत करने के लिए कोई बड़ी डिग्री की जरूरत नहीं।बस jar app के साथ अपनी बचत की शुरुआत की जा सकती है ,जैसे इस कहानी में हुई।

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Dr.Shweta Prakash Kukreja
Dr.Shweta Prakash Kukreja 20 Nov, 2021 | 1 min read

"जब देखो ई मौडी के संगे बैठ के मोबाइल में कछु कछु करत रात है।काय बाई,काम को करहे?" बड़ी अम्मा एन जोर से चिल्लाई।रानी ने तुरत मोबाइल ब्लाउज में खोसो और फटाफट बरतन मांजबे जुट गई।परी भी दौड़ के अपने कमरा में दुबक गयी।

"ठठरी बर जाए ई मोबाइल वालन की।सब औरन खा निकम्मों बना दाओ।"बड़बड़ाती हुई बड़ी अम्मा आँगन में अपनी खटिया पे पसर गयी।

"अरे अम्मा कछु न पूछो।तुमाई रानी खा तो चस्का लग गाओ है।जब देखो घुसी रात है।"धोबिन ने आगी में घी डारो।

"तुम जादा न मो चलाओ राजू की अम्मा।तुमसे कछु पूछी कोउ ने ।हमे परी बिटिया पइसा जोडवो सीखा रही है।तुम का जानो।"रानी को मो बन गओ।

"ऐ बाई,लो सुन लो।मोबाइल में पइसा जोड़ो अब तुम।"धोबिन एन जोर से हंसी।"रान दो रानी रान दो,कबहु मोबाइल में पइसा जुड़त है।उ में तो सब जने यूट्यूब देखत है।"

"चुप जो जाओ दोउ जने नाइ ता एक देहे खेंच के।"बड़ी अम्मा चिल्लाई।"जब देखो लड़वे के लाने आ के ठाड़ी हो जाती है।बैसे रानी धोबिन सई के राई है,मोबाइल में पइसा कैसे जुड़ है?"

"हम बतावी अम्मा।सीख जइये तना परी बिटिया से।"रानी बोली।

कछु महीना के बाद धोबिन अम्मा के एंगर बैठी रो रई हती।"अम्मा अब मौडी खा अँगूठी कहाँ से ले आईये।नाक कट जाहे हमाई तो।अब का करिए हम?"

"ऐ राजू की अम्मा।तीन भर की अँगूठी चलहे?"मोबाइल में कछु देख के रानी बोली।

अम्मा और धोबिन दोउ के दोउ सकपका गए।"ऐ रानी तोय मज़ाक सूझ राओ है।"बड़ी अम्मा ने झिड़की दाई।

"जो देखो आप अम्माजी।आप तो पढ़ी लिखी हो न।देखो का लिखो है इते।3 gms gold,लिखो है न"रानी ने अपना फ़ोन दिखाया।

अम्मा ने चश्मा ठीक करते हुए देखा और धोबिन की तरफ सर हिलाया।"जो कैसे करो तुमने?"उन्ने पूछो।

"याद करो अम्मा हम परी के संगे मोबाइल चलात थे।तो हमने जोई सीखो।Jar app एक गुल्लक के घाई होत है।हमने ऊँखा अपने बैंक के खाता से जोड़ लाओ थो।हर महीना पाँच सौ रुपैया कटत जात तो और jar app में जुड़त जात हतो।कभहु कभहु बॉटल स्पिन कर के भी कछु रुपैया जुड़ जात थे।आप हमें जो दीवाली में,राखी पे खर्ची देत थी,कभहु न्योछावर मिलत हती,वे भी हमने ऐई में डार दये।न हाथ में पइसा रात तो न मरद की नज़र पड़त थी और न ही खर्चा होत थो।बस ऐसे करत करत जुड़ गाओ इत्तो सोना।अब राजू की अम्मा तुम ले लाईओ और चुका दाइयों बाद में।"

"वाह री रानी तुम तो एन होशियार निकली।कैसे तनक सी तनख्वाह में भी बचत कर डारी तुमने।चल अब मोये भी सिखा।तनक कछु हम भी जोड़ ले अपने नाती पोतन के लाने।"बड़ी अम्मा ने रानी की पीठ थपथपाई।


सच Jar app पर बचत करना इतना आसान है कि कम पढ़ा लिखा भी आसानी से पैसे जोड़ सकता है digital गोल्ड के रूप में।तो आप भी रानी की तरह होशियार बनिये और शुरू कीजिए अपनी बचत का सफर।

Extra पैसों को Jar में डालिये और भूल जाइए।कुछ समय बाद आप भी चौंक जाएंगे बड़ी अम्मा की तरह।

©डॉ.श्वेता प्रकाश कुकरेजा


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Dr.Shweta Prakash Kukreja

shwetaprakashkukreja1

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Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

  • Nishtha Soni · 3 years ago last edited 3 years ago

    Wow nicely written and conveyed the idea

  • Babita Kushwaha · 3 years ago last edited 3 years ago

    wahh bahut hi badiya

  • Dr.Shweta Prakash Kukreja · 3 years ago last edited 3 years ago

    शुक्रिया बबिताजी ,निष्ठा...❤️❤️

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