नन्हें शिशु का आगमन
रुई के फाहे से वह नरम हाथ,
खुशियां लेकर आये अपने साथ।
घर में जब गूँज उठे उनकी किलकारी,
मानो मिल गयी जमाने की निधि सारी।
नरम मुलायम वह चिकने गाल,
सिल्क जैसे वह प्यारे प्यारे बाल,
घर को खुशियों से भर दें सदा ही,
माँ बाबा बन जाएं उनकी ढाल।
वह नन्हें शिशु के आगमन की खबर,
खुशियों से भर दें सबका ही घर,
हैं रब की रहमत और लगे मिला जन्नत,
उनके आने का ऐसा हो गया असर।
Paperwiff
by ruchikarai