*पेपरविफ मंच एक परिवार है*
साहित्य की धारा में देखो बहती एक धार है।
हमारा पेपरविफ मंच एक परिवार है।।
नित्य नित्य नई उड़ान है ये देखो पाता।
सभी को नित्य, हुनर का सम्मान है देता।।
आसमान तक एक दिन ये छा जाएगा।
एक रोज नया मुकाम भी बना जाएगा।।
सब की बनती नित्य प्रेरणा अब यह तो देखो।
सारे जगत मेंआज ये हर पलदेखो बहुत छाई है।।
कुछ भी लम्हों में देखो यह ऊंची मुकाम पाई है।
सुख दुख में आज यह सभी के साथ भी आई है।।
स्नेह पथ पर सबके साथ ये नित्य चलती है।
कुछ खास लेकर हमेशा अग्रसर होती है।।
हां साहित्य की धारा में बहती एक धार है।
हमारा पेपरविफ मंच एक परिवार है।।
निक्की शर्मा रश्मि
मुम्बई
Comments
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वाह
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