भारतीय संस्कृति की बात ही निराली है। त्योहारों की बात करें तो भारत में त्योहारों का मजा ही अलग है। प्राचीन काल से ही त्यौहारों को उमंग, उल्लास से मनाने की परंपरा रही है। रक्षाबंधन भी हमारे त्योहारों में से एक त्यौहार ऐसा ही है जो भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को रेशम की डोरी के साथ बांधकर पवित्रता को संजोए रखता है।त्योहारों का देश है अपना भारत जहाँ प्रेम, विश्वास, पवित्रता का पर्व है रक्षाबंधन। रक्षाबंधन का पर्व भाई-बहन के अंगूठे प्रेम का प्रतीक है जिसमें बहन अपने भाई की कलाई पर राखी और माथे पर तिलक लगाती है। भाई के दीर्घायु की कामना करती है और भाई अपनी बहन की रक्षा का संकल्प लेता है। रक्षाबंधन का पर्व प्यार और त्याग के साथ इस रिश्ते को मजबूती देता है। रक्षाबंधन सावन मास का एक ऐसा त्यौहार है जो भाई-बहन के प्रेम को एक रेशम की डोर से बाधें रखता है।
रक्षाबंधन सावन माह की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इस बार रक्षाबंधन सावन के साथ-साथ सोमवार जैसे शुभ दिन भी है। माना जाता है सावन में सोमवार का दिन बहुत ही शुभ है होता है।इस बार हालांकि कोरोना महामारी की वजह से बहुत सारे भाई बहन दूर से ही स्नेह की डोर का एहसास कर पाएंगे और आनंद ले पाएंगे ।कितनी बहने इस बार भाई के कलाई पर राखी और माथे पर तिलक नहीं कर पाएंगीं लेकिन भगवान से यही आशिष रहेगी उनकी भाई बहन का प्रेम स्नेह हमेशा बना रहे। भाई-बहन के प्रेम का त्यौहार रक्षाबंधन पर कोरोना की मार पड़ी है।
जिस तरह ऑनलाइन पढ़ाई, व्यवसाय, नौकरी हो रही उसी तरह ऑनलाइन भाई बहन इस बार रक्षाबंधन का त्यौहार मना पाएंगे। कोरियर द्वारा राखी भेजने की व्यवस्था की गई है। ऑनलाइन त्यौहार इस बार कुछ खास रही है। राखी पर भी जहां बहने कोरियर से राखी भेजी वही भाइयों ने ऑनलाइन गिफ्ट की बुकिंग भी कर दी है।अपने बहनों के लिए अपना आशीष ऑनलाइन गिफ्ट के जरिए भेजने की व्यवस्था की है। रक्षाबंधन का त्योहार भले ही ऑनलाइन बनाई जा सकेगी लेकिन वह प्रेम, स्नेह, संकल्प कम नहीं होगा उत्साह वही रहेगी संकल्प भाव वही होगा कर्तव्य बोध का एहसास भी वही रहेगा।
भाई-बहन के इस अनूठे प्रेम का त्यौहार रक्षाबंधन कीआप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
निक्की शर्मा रश्मि
मुम्बई,महाराष्ट्र
niktooon@gmail.com
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