कान्हा कान्हा हर तरफ*
@निक्की शर्मा "रश्मि" मुम्बई
कान्हा कान्हा हर तरफ कान्हा की ही गूंज
गोकुल मथुरा हर तरफ देखो बाजे ताल मृदंग।
यशोदा नंद के आंगन में मची रही बड़ी धूम
नंदलाल कान्हा ने जब लिया आधी रात जन्म।।
सलोना मुखड़ा देख कर हो गए सब भावविभोर
रोम रोम में बस गए कान्हा,कृष्ण गुंजा नाम हर ओर।
पाप विकार सब मिटाकर मर्यादा का पाठ पढ़ाया
कर्म पथ सच्ची राह पर चलने का था राह दिखाया।।
माखनचोर मुरली मनोहर मुरलीधर देखो कितने रूप
कभी श्याम कभी राम दिखते हर यूग में मनोहर रूप।
किशन कन्हैया गोपियों संग रास रचाए अनुपम है दृश्य
देवकी माँ पिता वसुदेव,नंद यशोदा घर पले हर्षित है कुल।।
मित्रता का अनुपम रूप धरा कृष्ण ने अनुपम संसार में सुदामा संग दोस्ती अनमोल निभाकर रच दिया इतिहास में।
प्रीत राधा संग जो निभाई, गोपियों संग रासरचईया कहलाए
राधा संग प्रेम की,प्रीत निभाई,राधे कृष्ण हरजगह कहाई।।
राधे कृष्णा,राधे राधे राधे कृष्णा, राधे राधे
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
भक्तिभाव से ओतप्रोत रचना
बहुत सुंदर पंक्तियां जय श्री कृष्णा 🙏
Please Login or Create a free account to comment.