चाँदनी रात भी काली स्याह सी दिखती है

यादें आकर सताती है न चाहो फिर भी आ ही जाती है

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Resmi Sharma (Nikki )
Resmi Sharma (Nikki ) 31 Oct, 2020 | 1 min read

आज जिंदगी कुछ विरान सी लगती है

चाँदनी रात भी काली स्याह सी दिखती है।

  हर पल तेरी है याद सताती

  हर पल तुझे मैं हुँ पुकारती।

आज तेरे घर की दूरी भी आंसमा सी लगती है

आज हर कोई न जाने क्यों अजनबी सी लगती है।

  जिंदगी से न कोई शीकवा है न शिकायत

  फिर भी न जाने क्यों ये मुझसे खफा दिखती है।

आज की रात भी विरान सी लगती है

चाँदनी रात भी काली स्याह सी दिखती है।

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