रंग बसंती आई है

बसंत के आते ही हर ओर मानों खुशहाली बिखर जाती है।रंग बिरंगे फुल खिलखिलाकर मानों हमें खुश रहने का इशारा कर रहे हैं।

Originally published in hi
Reactions 0
439
Resmi Sharma (Nikki )
Resmi Sharma (Nikki ) 07 Feb, 2022 | 1 min read

पीत आभा से सजी रंग बसंती फिर आई है।

बाग बगीचे चहक रहे मन पुलकित हो आई है।।

वसुंधरा सुसज्जित होकर मतवाली चहक रही।

आलौकिक अपूर्व धरा हर ओर मस्ती छाई है।।


स्वर्णिम अनुपम धरा पर शीतल हवाएं आई है।

कहीं गेंदा, कहीं सरसों से धरा फीर मुस्काई है।।

मस्त पवन लगे तन को याद पिया फिर आई है।

चुनर ओढ़ देखो धरा, आज खिलखिलाई है।।

0 likes

Published By

Resmi Sharma (Nikki )

resmi7590

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.