धानी चुनर भी मुस्काई

बारिश की फुहार और धानी चुनर की मुस्कराहट देखते बनती है

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Resmi Sharma (Nikki )
Resmi Sharma (Nikki ) 09 Jul, 2020 | 1 min read


उमड़ते घुमड़ते बादल देखो बिजली चमके जोर

पावन सुंदर ऋतु देखो नाचे कैसे अब सुंदर मोर

रिमझिम रिमझिम बरस रहा देखो पावन नीर

हर्षित है घास भी,बौछार संग बह गई सब पीर

मेघा बरसे डाली मतवाली चुपके चुपके हौले हौले

झर-झर निर्झर झड़ता पावन जल प्रेम पाठ बोले

हरियाली, शीतलता, मन उपवन भी हो गई हरियाली

चंचल बूंदों से देखो कैसे हो गई जीवन सुखमय प्यारी

सोंधी खुशबू मिट्टी की जब बरखा, इंद्रधनुष संग आई

सावन की झड़ी लगी और धानी चुनर भी देखो मुस्काई

निक्की शर्मा रश्मि

मुम्बई

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