rekha jain
31 May, 2022
मासूम
मासूम
जब से ये मासूम नजर मुझसे मिलाई है
तब से मेरे जख्मों पर लगी दवाई हैं
तेरी अदाओं में मासूमियत भरी है
अब मेरे फटे रिश्तों की हुई सिलाई है।
डॉ रेखा जैन शिकोहाबाद
Paperwiff
by rekhajain
31 May, 2022
#microfables
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