rekha jain
07 Dec, 2023
सुख
सुख और दुख मेहमान की तरह है इनको एक न एक दिन जाना ही पड़ता है यह परिवार के मेंबर नहीं है इसलिए सुख में इतराए नहीं और दुख में घबराएं नहीं*
Paperwiff
by rekhajain
07 Dec, 2023
microfable
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