rekha jain
rekha jain 22 Oct, 2024
# शिखर
गीत भी तुम अल्फाज़ भी तुम, धड़कन की सरताज भी तुम। तेरी प्रीत बसी है अंग अंग में मन के शिखर पर आज भी तुम। डॉ रेखा जैन दिल्ली

Paperwiff

by rekhajain

22 Oct, 2024

microfable

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.