rekha jain
29 Jul, 2022
नाव
नाव यदि टूट जाती है और खंडों खड़ा होकर बिखर जाती है तो लकड़ी के टुकड़े तैर कर नदी पार कर लेते हैं किन्तु यदि समाज खंड़ खंडों हो जाए तो उसका कोई भविष्य नहीं रहता।
Paperwiff
by rekhajain
29 Jul, 2022
#microfable
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
No comments yet.
Be the first to express what you feel 🥰.
Please Login or Create a free account to comment.