rekha jain
rekha jain 07 Nov, 2022
बाजार
भरे बाजार से अक्सर खाली हाथ लौट आता हुं पहले पैसे नहीं थे अब ख्वाहिशें नहीं है। हम तो अपने दोस्तों के सारे गम चुरा लेते हैं

Paperwiff

by rekhajain

07 Nov, 2022

#microfable

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