पिता-रघुवीर प्रताप
माता-ममता
पुत्र-पंकज
पुत्रवधु-शिल्पी
………………………………………………………..
पिता रघुवीर पुत्र पंकज से-ये मेक इन इंडिया और मेड इन इंडिया एक ही है क्या?
पुत्र पंकज-नहीं पापा, ये दोनों अलग हैं।मेड इन इंडिया और मेक इन इंडिया को भाषा की दृष्टि से देखा जाए तो 'ड' और 'क' का अंतर दिखता है।व्यवहारिक दृष्टि में देखा जाए तो दोनों का अर्थ भिन्न है।दोनों ही भारत की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में योगदान देना है।इन अभियानों के अन्तर्गत भारत निर्मित वस्तुओं,अर्थव्यवस्था,ओद्यौगिकरण पर जोर देती हैं।आम बोलचाल की भाषा में स्वदेशी वस्तुओं का बढ़ावा देना है। फिर भी दोनों की बीच बहुत अंतर है।इन दोनों को सरल शब्दों में समझने की कोशिश करते हैं-
1-मेड इन इंडिया-मेड इन इंडिया अभियान में वस्तुएं भारत में निर्मित होती हैं।इसमें भारतीय ब्रांडों को पहचान मिलती है।भारत का श्रम,तकनीकी,भूमि व पूँजी लगती है।वस्तु या मशीनरी का निर्माण भारत में होता है।ये ही मेड इन इंडिया कहलाती है।
पुत्रवधू शिल्पी-पापा सरल शब्दों में जैसे हम पिज़्ज़ा ब्रेड घर पर ही बेक करके उसमें सभी सब्जियाँ डालकर घर पर बनाते हैं तो हम यही कहते हैं आज पिज़्ज़ा घर पर बना है।दूसरा उदाहरण जैसे हम डोसे के घोल को बनाकर घर पर डोसे बनाते हैं।यही मेड इन इंडिया है।
ममता-अरे वाह ये मेड इन इंडिया है।मतलब अपना श्रम,अपनी धरती,अपनी मुद्रा,अपना 100% लाभ।
रघुवीर बेटे पंकज से- और मेक इन इंडिया अभियान क्या है?
पुत्र पंकज- 2-मेक इन इंडिया-मेक इन इंडिया वह अभियान है जिसमें मोदी सरकार ने विदेशी कंपनियों को भारत में आकर वस्तुओं को निर्माण के आमंत्रित किया है।विदेशी कंपनियां भारत आकर यहां उद्योग धंधे और निवेश करें।
ममता-सरल शब्दों में जैसे एक लड़की शादी करके अपने घर से ससुराल आती है और फिर ससुराल के सभी काम करने लगती है।यहां के रीति रिवाजों में ढल जाती है।सभी को अपना बना लेती है।संतान उत्पत्ति भी करती है।यही मेक इन इंडिया है।
रघुवीर हँसते हुए-.हाँ,हमारी बहु शिल्पी पूरे में रम गई है।वह सभी को दिशा निर्देश देती है।
यह सुनकर सभी हँसने लगे और मेक इन इंडिया और मेड इन इंडिया के अर्थ को सरलता से समझ गये।
धन्यवाद
राधा गुप्ता पटवारी
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Accha samvad.
धन्यवाद आपका
Bahut badhiya👌👍
धन्यवाद
Please Login or Create a free account to comment.