प्रेम ईश्वर का आशीर्वाद है

प्रेम पर कविता

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Moumita Bagchi
Moumita Bagchi 02 Feb, 2021 | 0 mins read

प्रेम, यदि सच में प्रेम है,

तो उसका किसी भी स्वरूप निंदनीय नहीं है।

बल्कि वह एक पवित्र भावना है,

जिसकी प्राप्ति केवल देव के आशीष से ही होती है।

और जो केवल विरलों को ही मिल पाता है!

परंतु सदियों से प्रेम करने वालों को

समाज की बुरी नज़रों से होकर गुज़रना पड़ता है।

अनेक अविश्वास और यातनाएं झेलनी पड़ती हैं।

कई बार प्रेमियों को प्रेम के लिए

अपना जीवन भी अर्पण करना पड़ता है।

परंतु प्रेमी रहे या न रहे,

या समाज उसको जो भी कहे,

पर प्रेम सदा रहता है।

क्योंकि वह शाश्वत और चिरंतन है।

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Moumita Bagchi

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