विश्वभर में आजकल एक शब्द के कारण काफी दहशत फैला हुआ है। और वह शब्द है-" करोना वायरस"। यह नाम सुनते ही लोगों के दिल में कँपकँपी सी मच जाती है। और लोग दुबक कर अपने घरों में बैठ जाते हैं।
ऐसा लगता है कि जैसे विश्वभर में आपात्कालीन स्थिति उत्पन्न हो गई हैं। वाकई विश्व स्वास्थ्य संगठन ( डब्ल्यू एच ओ) ने कोरोना वायरस को इंटरनेशनल हेल्थ इमरजेन्सी घोषित कर दिया है। आखिर करोना वाइरस है क्या? आइए जानते हैं इसके बारे में कुछ तथ्य।
करोना वायरस का इतिहास
यह एक जानलेवा इंफेक्शन है। इसकी शुरुआत दिसम्बर में, चीन के वूहान ( पूर्वी चीन का एक शहर) शहर से हुई थी। कहते हैं , 31 दिसम्बर , 2019 में चीन के डब्ल्यू एच ओ की ऑफिस को एक अनजान वायरस से इंफेक्शन की पहली रिपोर्ट मिली थी जिस रोग के लक्षण कुछ- कुछ फ्लू अथवा न्यूमोनिया जैसे थे।
धीरे-धीरे इस रोग का प्रकोप चीन में इतना बढ़ गया कि उसने महामारी का आकार ले लिया।
लेकिन चौंकाने वाली बात तो यह है कि महीने भर में ही इस बीमारी ने फैलकर वैश्विक महामारी का रूप धारण कर लिया है, जिसके चलते पूरी दुनिया में अब त्राही मची हुई है। अबतक के आंकड़ों के अनुसार विश्व में इसके 1,89,452 केसों और 7,505 मौतों की खबर हैं। ( John Hopkins University के Covid-19 डैशबोर्ड के अनुसार- दिनांक 17/03/20 )।
यह बीमारी विश्व के कम से कम 150 देशों में फैल चुका हैं जिनमें चीन के बाद इटली, ईरान और स्पेन में सर्वाधिक केसेस मिले हैं। अकेले ब्रिटेन देश में 17 मार्च तक 1950 सुनिश्चित मामलें और 71 मौतों की खबर हैं।
11 मार्च को विश्व स्वास्थ्य संस्था द्वारा इस महामारी को विश्वस्तर की आपात्कालीन स्थिति घोषित किया गया है।
भारत में अबतक के आंकड़ें
भारत में अबतक 137 मामलों की पुष्टि की गई हैं, जिनमें 113 भारतीय नागरिक हैं 24 विदेशी नागरिक हैं। भारत सरकार की ओर से हर तरह के अनावश्यक विदेश यात्रा पर रोक लग दी गई हैं।
नाम क्या है इसका?
विश्व स्वास्थ्य संस्थान द्वारा इस नए किस्म के वायरस का नाम दिया गया है--Novel COVID-19 , अर्थात् नए होने के कारण-- नोवेल और कोरोना का" CO " और वायरस से "VI" disease के लिए " D " और 19 इसलिए कि उसकी शुरुआत दिसम्बर 2019 सै हुआ था।
कोरोना वाइरस क्या है--
कोरोना वायरस का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से हैं, जिसके संक्रमण से सर्दी, जुकाम, खांसी और साँस लेने की तकलीफ जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। इसका संबंध विषाणुओं के एक बहुत बड़े परिवार से हैं लेकिन इनमें से केवल छह विषाणु ही ऐसे हैं जो इंसानों को संक्रमित कर सकते हैं।
इस रोग के मुख्य लक्षण क्या हैं
इस बिमारी के मुख्य लक्षण मूलतः फ्लू अथवा न्यूमोनिया जैसे हैं। अतः शुरु में यह बीमारी पकड़ में नहीं आ पाता है । इसके निम्न लक्षण हैं:
• बुखार
• जुखाम
• नाक बहना
• खांसी
• गले में खराश
• साँस लेने में तकलीफ, जैसे लक्षण हो सकते हैं।
कैसे फैलता है?
एक दूसरे को स्पर्श करने से यह बीमारी फैलती है। अर्थात् यदि किसी को यह इंपेक्शन लग गया है तो उसको छूने से यह बीमारी फैल सकती है।
रोकथाम/ बचाव के उपाय क्या है?
डब्लूयू एच ओ द्वारा सुझाए गए 7 उपाय--
● बार-बार अपने हाथ को साबुन से धोए,
● अपनी आँखों, मुँह एवं नाकों को हाथ से न छुए,
● खांसते अथवा छींकते समय अपने मुँह को अपनी कोहनी या टिशू से ढक लें।
● भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर न जाए।
●हल्की बुखार, खांसी एवं अस्वस्थ महसूस करने पर घर पर ही रहें।
● अगर आपको बुखार और साँस लेने की तकलीफ महसूस हो तो तुरंत चिकित्सक की सलाह लें। पहले फोन करें।
● डब्ल्यू एच ओ द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली नवीनतम जानकारियों के बारें में खबर रखें।
किन लोगों को इस बिमारी को होने का खतरा है-
• बुजुर्गों, इनके मौत के आंकड़ें सर्वाधिक हैं।
• बच्चों
• जिन्हें पहले से कोई गंभीर बिमारी अथवा कोई इंफेक्शन हो।
एहतियात ही बचाव के सर्वोत्तम उपाय हैं। अतः एहतीयात बरतें, कोरोना से बचें।
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