क्या होती है ये बॉडी शेमिंग
और क्यो होती है ये बॉडी शेमिंग
क्या ये वाकई दिया हुआ दोष औरों का है
या ये अहसास दिया हुआ अपनों का है
कुछ सालों पहले एक लड़का मेरे घर आया था
उसने मुझे अपना हाले दिल सुनाया था
कह रहा था,"मैं उसे पसंद हूँ "
पर, ये क्या! मैं खुद तो अपनी
बॉडी शेमिंग के अहसास में ही बंद हूँ
मेरे हाथ पर एक बर्न स्कार था
वो भी उस लड़के को स्वीकार था
"मेरा रँग कुछ ज़्यादा सावला है "
उसने कहा,"उसे देख कर ही वो बावला है"
मैनें कहा,"सब कहतें हैं,मेरी शादी में समस्या आएँगी"
उसने कहा,"उन सबको क्या हमारी शादी भाएँगी?"
उस लड़के की आँखों में जो मैने देखा, वो ना
अपनों की आँखों में अब तक देख पाई थी
उस लड़के से उसी दिन से मेरी
मन से मन की सगाई थी
घर वालों को जब पता चला
तो वो शामत आई थी
जात-बिरादरी, ऊँच-नीच
ना जाने कितनीं बातें चल आई थी
सबने मेरी बॉडी के दोष की तो
कहानी ही भुलाई थी
जिस कहानी को सुनकर
मुझे मेरी ज़िंदगी ही नहीँ भाई थी
उस लड़के की आँखों में
मैं जैसी हूँ मेरा वैसा स्वीकार था
इसलिए मुझे मेरे घर वालों का विरोध
भी अस्वीकार था
उसका साथ पाकर मैं बॉडी शेमिंग
के अहसास से मुक्त हो गई थी
और अब अपनी ज़िंदगी खुबसूरती से
जीने के लिए उन्मुक्त हो गई थी
मित्रों ये बॉडी शेमिंग सिर्फ़ एक अहसास है
इसका निर्माता कोई अपना ही खास है
इस अहसास से मुक्त हो कर
खुद से प्यार करना ही अरदास है
खुद से प्यार करना ही अरदास है
स्वरचित
दीपाली सनोटीया
20/04/2021
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
वाह वाह वाह बहुत ही भावपूर्ण
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