मैं बीच का बंदर हूँ

मैं मध्यम वर्ग कहलाता हूँ।

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Deepali sanotia
Deepali sanotia 03 Jul, 2021 | 0 mins read

मैं बीच का बंदर हूँ

अपनी पीठ में दर्द अपार पाता हूँ

मैं मध्यम वर्ग कहलाता हूँ


मेरे खून में ईमानदारी है

सब समझ सकूँ ऐसी समझदारी है

देश के कोष भरते जाता हूँ

अपने घर में ही छला जाता हूँ

मैं बीच का बंदर हूँ

अपनी पीठ में दर्द अपार पाता हूँ

मैं मध्यम वर्ग कहलाता हूँ


मेरे कंधे कुछ झुके से हैं

मेरे कदम कुछ रुके से हैं

मेरी पीड़ा को सब जानते हैं

फिर भी मुझे ही चूसने की ठानते हैं

मैं बीच का बंदर हूँ

अपनी पीठ में दर्द अपार पाता हूँ

मैं मध्यम वर्ग कहलाता हूँ


मुझसे जो बड़े हैं वो मज़े में हैं

मुझसे छोटे हैं उनके दिमाग जमे से हैं

उन छोटो की नैया पार लगाता हूँ

मैं इस घर का खेवनहार कहलाता हूँ

मैं बीच का बंदर हूँ

अपनी पीठ में दर्द अपार पाता हूँ

मैं मध्यम वर्ग कहलाता हूँ


स्वरचित

दीपाली सनोटीया










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Deepali sanotia

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Comments

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  • Ruchika Rai · 4 years ago last edited 4 years ago

    बहुत सुंदर

  • Charu Chauhan · 4 years ago last edited 4 years ago

    well penned

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