Deepali sanotia
22 Aug, 2022
जल
तू तू
गंगा, धार
यमुना, बहता
सतलज, कल कल
गोदावरी की नाद करता
धारा में बहता, लहर लहर
निष्पाप निर्मल सा, झरनों में बहता
उजला धवल, पेड़ों को चूमता
शीतकारक , पाप हरण
मधुरस, झागदार
सरस पावन
जल जल
है! (1) है!(2)
Paperwiff
by deepalisanotia
22 Aug, 2022
वर्ण पिरामिड
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