Deepali sanotia
Deepali sanotia 30 Jun, 2021
माँग रही हूँ आशा
बादलों से भरा आसमान है सब कुछ ठीक हो जाए बस ऐसा ही अरमान है अबकी बार इन बादलों से ही अरज़ है धुल जाए सब पीड़ा बह जाए सब आँसू सबके लिए माँग रही हूँ आशा यह मेरी भी गरज़ है

Paperwiff

by deepalisanotia

30 Jun, 2021

आशा

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